जयपुर। अखिल भारतीय स्तर पर एक बार फ़िर मीणा समाज के तीन मीनेष बंधुओं ने परचम फहराया है। ये तीनों राजस्थान सरकार के दुसरे मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल हुए। इनमें से एक को राज्यमंत्री और दो को सीएमओ में संसदीय सचिव के रूप में शपथ दिलाई। तीनो ही विधायक बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इनमें से राज्यमंत्री बने हैं मुरारीलाल मीणा और सीएमओ में संसदीय सचिव रमेश मीणा,रामकेश मीणा बनें हैं। बहुत जल्द इसी वेबसाइट पर हम आप सभी पाठक बंधुओं से इन तीनों विधयाकों से रूबरू कराएँगे।
ख़बर के बारे में विस्तार से पड़ने के लिए मध्य प्रदेश मीणा समाज की वेबसाइट mpmeenasamaj.blogspot.com पर लाग इन करैं।
ब्लॉग की दुनिया में शामिल होने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ। आपने लिखा है कि अगर संवाद ठीक रहा तो रोज खबर मिलेगी। हाँ रोज खबर मिलेगी। परन्तु कैसी खबर? रचनात्मक या फिर विघ्वंसात्मक? यह बात विचारणीय है!
ReplyDeleteमैं म. प्र. में 12 वर्ष रहा हँू। राजस्थान के बाहर मध्य प्रदेश सहित जहाँ जहाँ भी मीणा जाति है, वहाँ-वहाँ मीणा जाति के लोग बातें तो बहुत करते हैं, लेकिन परिणाम कहीं भी उत्साहजनक नहीं हैं। हमें सिर्फ मीणा लोगों को मन्त्री या संसदीय सचिव बना देने मात्र से इतना प्रसन्न होने या हवा में कुलांचे भरने की कतई भी जरूरत नहीं हैं। पहले से ही हमारे खिलाफ ढेरों आरोप-प्रत्यारोप गढे जा रहे हैं। मीणाओं को सत्ता में न कभी कुछ मिल है और हैं ही मिल रही है। राजस्थान सरकार में मीणा जाति का सांकेतिक प्रतिनिधित्व मात्र है।
राजस्थान का तो इतिहास रहा है कि एक मीणा नेता को खतम करने के लिये दूसरे मीणा नेता को आगे लाया जाता रहा है। अगले मौके पर फिर अन्य किसी को पेश कर दिया जाता है। इस सूची में चेतराम मीणा, छुट्टन लाल मीणा, भरत लाल मीणा, राम कुवार मीणा, मीठा लाल मीणा, कुंजी लाल मीणा, मूल चन्द मीणा, रधुवीर मीणा, राम नारायण मीणा आदि अनेक नाम गिनाये जा सकते हैं।
आज की तारीख में राजस्थान में मीणा जाति का राज्य सरकार में यदि कोई प्रतिनिधित्व करने के लिये वास्तव में योग्य और सक्षम है तो वो हैं श्री राम नारायण मीणा, जो पिछले पांच वर्ष लगातार प्रतिपक्ष के उप नेता की हैसियत से वसुन्धरा सरकार से लोहा लेते रहे, लेकिन इस बार पहले तो उनका टिकिट ही काट दिया गया और फिर जैसे-तैसे मजबूरी में टिकिट दिया भी तो जीतने के बाद उन्हें अछूत मानकर किनारे कर दिया गया!
मीणा जाति अभी भी अशिक्षा के कगार पर है। बेशकमीणा जाति में अनेक अफसर हैं, लेकिन हैं तो सब नौकर ही न, नौकर बनना कोई गर्व की बात नहीं हैं! जब तक सत्ता की चाबी किसी कौम के पास नहीं होगी, तब तक कुछ भी हासिल करना सम्भव नहीं है। किताबों के रट्टा लगाकर नौकर बन जाना और विचारधारा के बल पर सत्ता पर काबिज होना दोनों भिन्न बातें हैं। शिक्षा पाने के लिये सही समाजीकरण होना जरूरी हैं। जबकि मीणा जाति के लोग उच्च पदों पर आसीन होने के साथ ही साथ अनेक बुराईयों में लिप्त हो रहे हैं। पूर्वजों ने जो कभी नहीं किया, वे उसे फक्र के साथ कर रहे हैं!
राजस्थान की पिछली सरकार में मीणा जाति के कथित स्वयंभू मुखिया रहे डॉ. किरोड़ी लाल मीणा पर विश्वास करके मीणा जाति ने आदिवासी विरोधी भाजपा तक को पूर्ण बहुमत के आंकड़े से पार पहुँचा दिया था। सबको पता है कि डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने समाज के लिये क्या किया और डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को भाजपा से क्या मिला? वर्तमान में कुछ लोग डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के वर्चस्व को समाप्त करने के लिये अनेक छुटभैये नेताओं को आगे लाकर, पूरी योजना के साथ मीणा समाज की एकता समाप्त करने में जुटे हैं, जिसमें मीणा जाति के लोगों का भारी योगदान है। वर्तमान में तीन मीणा विधायकों को सत्ता में सांकेतिक भागीदारी प्रदान करना, इसी रणनीति का भी हिस्सा है। आज मीणा जाति का किसी भी प्रदेश में प्रान्तीय या राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी सर्वमान्य नेता नहीं है। फिर भी आप मीणा जाति के उत्थान के लिये कुछ करना चाहते हैं, इसके लिये मैं आपको बधाई अवश्य दूँगा।
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा-होम्योपैथ चिकित्सक, मानव व्यवहारशास्त्री, दाम्पत्य विवादों के सलाहकार, विविध विषयों के लेखक, कवि, शायर, चिन्तक, शोधार्थी, तनाव मुक्त जीवन, लोगों से काम लेने की कला, सकारात्मक जीवन पद्धति आदि विषय के व्याख्याता तथा समाज एवं प्रशासन में व्याप्त नाइंसाफी, भेदभाव, शोषण, भ्रष्टाचार, अत्याचार और गैर-बराबरी आदि के विरुद्ध 1993 में स्थापित एवं 1994 से राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली से पंजीबद्ध राष्ट्रीय संगठन-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) के मुख्य संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। जिसमें 03 दिसम्बर, 2009 तक, 3915 रजिस्टर्ड आजीवन कार्यकर्ता देश के 17 राज्यों में सेवारत हैं। संपर्क : सायं - 07 से 08 के बीच फोन न. 0141-2222225, Mobile : 098285-02666. (ऑल इण्डिया ट्राईबल रेलवे एम्पलाईज एसोसिएशन के मुख्य संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।)
Swagat hai..aage kee posts ka intezaar rahega!
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